आये वो हमारी महफ़िल मेंAJJan 28, 20231 min readआये वो हमारी महफ़िल में कुछ इस तरहकि हर तरफ़ चाँद-तारे झिलमिलाने लगे,देखकर दिल उनको झूमने लगासब के मन जैसे खिलखिलाने लगे.
बे-वजह नहीं रोता इश्क़ में कोईAJJan 27, 20231 min readबे-वजह नहीं रोताइश्क़ में कोई ग़ालिब,जिसे खुद से बढ़ करचाहो वो रूलाता ज़रूर है |
फिर उसी बेवफा पे मरते हैंAJJan 27, 20231 min readफिर उसी बेवफा पे मरते हैंफिर वही ज़िन्दगी हमारी हैबेखुदी बेसबब नहीं ग़ालिबकुछ तो है जिस की पर्दादारी है |