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बे-वजह नहीं रोता इश्क़ में कोई

Writer: AJAJ

बे-वजह नहीं रोता

इश्क़ में कोई ग़ालिब,

जिसे खुद से बढ़ कर

चाहो वो रूलाता ज़रूर है |

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